गुरुवार, 8 फ़रवरी 2018

कलाकारों का परिचय क्षेत्र बढ़ा, हुए अनुबंध


कलाकारों का परिचय क्षेत्र बढ़ा, हुए अनुबंध
अंतर्राष्ट्रीय कला मेला बना जरिया
कला मेले का चौथा दिन
मूमल नेटवर्क, नई दिल्ली। ललित कला अकादमी आयोजित प्रथम अंतर्राष्ट्रीय कला मेले में अब कलाकारों और कला कद्रदानों के मध्य परिचय के रंग गाए़े होने लगे हैं। कला पारखियों द्वारा कलाकारों से उनकी कृतियों के लिये अनुबंध किये जा रहे हैं।
दुनिया भर की कलाओं और कलाकारों को एक मंच पर लाने के लिये आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कला मेले में कई आकर्षणों के बीच एक बड़ा आकषर्ण है कलाकारों को उनके कलाकार्य हेतु व्यक्तियों व संस्थाओं द्वारा अनुबंधित करना।
केरल की पारंपरिक ख़ूबसूरती को दिखाती भित्ति चित्रकार जी.अझिकोडे की कला से प्रभावित होकर इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र ने उनसे तीन साल का अनुबंध किया है। कलाकार ने अपनी इस सफलता का श्रेय मेला आयोजक ललित कला अकादमी को दिया है।

दिल्ली की 26 वर्षीय युवा कलाकार अनामिका को मेले का प्रतिभागी बनने का फायदा यह मिला कि, उन्हें दिल्ली की मशहूर रोकी आर्ट गैलरी में चित्र प्रदर्शित करने का अनुबंध हासिल हुआ।

अनमिका की उम्र की प्रतिभा पहली बार इस स्तर के किसी कला आयोजन में शामिल हुई हैं। देश.विदेश के कलाकरों से मिलने के साथ वो आम कला.प्रेमियों से भी मिल पा रही हैं और उनसे मिलने वाली प्रशंसात्मक टिप्पणियों से काफी उत्साहित भी हैं। उन्होने बताया कि, बहुत सारे लोग मेरी पेंटिंग देखने और खरीदने आ रहे हैं। मैंने अपनी कलाकृतियों का मूल्य कम रखा है ताकि वह हरेक कलाप्रेमी तक पहुँच सके।
अपनी पेंटिंग्स में शहर का मूल रूप दिखाने के लिए विख्यात आर्पण भौमिक अंतर्राष्ट्रीय कला मेले में सबसे ज्यादा सराहे जाने वाले कलाकारों में से एक हैं। उन्होंने मेले में अपनी छोटी पेंटिंग्स भी प्रदर्शित की है। उनकी पेंटिंग्स के बारे में बताते हुए उनके मित्र अरूप चटर्जी ने बताया कि, स्टॉल की एक तरफ़  की दीवार अर्पण की मिनी पेंटिंग्स से सजी हुई थी। उनमें से अधिकांश बिक चुकी हैं। इन पेंटिंग्स को बनाने के पीछे अर्पण का उद्देश्य यह था कि सुंदर व कलात्मक कृतियों को आम लोगों के घरों में भी जगह मिल सके।

कला मेले का चौथा दिन कलाकारों और कलाप्रेमियों की चहल-पहल से आबाद रहा। शाम के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पुर्तगाल के नुनो फ्लोर्स के वायलिन वादन का उपस्थित जनों ने आनन्द उठाया।
फिल्म स्क्रीनिंग के तहत पुर्तगाली फिल्म लान्सेज़ एट डिस्टेंस की स्क्रीनिंग हुई। इसके साथ ही कलाकार द्वय गिल्बर्ट और जॉर्ज पर 26 मिनट लम्बी फिल्म एवं कलाकार एस.एच रज़ा पर 51 मिनट अवधि की फिल्म की भी स्क्रीनिंग की गई।
अकादमी प्रशासक सी.एस. कृष्णा शेट्टी ने एक बातचीत के दौरान कहा कि, इस कला मेले के आयोजन के पीछे का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर एक कलाकारों और कलाओं को एक दूसरे से जोडऩा है। मेरा मानना है कि कला सिर्फ  कुछ लोगों की थाती नहीं है, उसे आम लोगों से भी बराबर प्यार और सराहना मिलनी चाहिए। मैं खुश हूँ कि कला मेला अपने उद्देश्य में सफल हो रहा है।
मेले का पाँचवा दिन अध्यात्म के नाम रहेगा। आज आठ फरवरी को फजी की रामायण मण्डली के द्वारा सत्संग किया जाएगा।

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